विकास बत्तान त्न कुरुक्षेत्र
लाइब्रेरी साइंस की पढ़ाई कर रहे और कर चुके विद्यार्थियों के लिए यह खबर बड़ा झटका देने वाली है। हरियाणा स्कूल शिक्षा परियोजना परिषद की ओर से नौ फरवरी को दिए कांट्रेक्ट आधार पर इंफॉरमेशन कम ऑफिस कम लाइब्रेरी मैनेजर पद के विज्ञापन में लाइब्रेरी साइंस की योग्यता की बजाय कंप्यूटर की योग्यता मांगी गई है। विज्ञापन को पढ़कर जहां प्रदेशभर के लाइब्रेरी साइंस विद्यार्थी हैरान हैं वहीं सवाल बी लिब और एमलिब की डिग्री पर भी उठने लगा है। विद्यार्थियों का सवाल है कि यदि लाइब्रेरी में लगने के लिए भी उनकी यह पढ़ाई काम की नहीं है तो फिर वे किस नौकरी में लगने के लिए योग्य होंगे?
यह सवाल प्रदेशभर की यूनिवर्सिटी से बी लिब व एमलिब की पढ़ाई कर चुके 20 हजार विद्यार्थी परिषद से पूछ रहे हैं। परिषद ने नौ मार्च तक आवेदनों को जमा कराने की अंतिम तिथि रखी है। बता दें कि कांट्रेक्ट बेस पर इस पद को एक साल के लिए भरा जाएगा। उसके बाद फिर से इसके लिए आवेदन निकाले जाएंगे। लाइब्रेरी साइंस के विद्यार्थियों ने इस पद की योग्यता बदलने की मांग उठाई है।
तो कैसे संभलेगी लाइब्रेरी : लाइब्रेरी साइंस के विद्यार्थियों ने यह भी सवाल उठाया कि परिषद जिस पद के लिए आवेदन मांग रही है उसके अनुसार योग्यता न होने से लाइब्रेरी को कैसे संभाला जाएगा? प्रदेश के विभिन्न स्कूलों में बनी लाइब्रेरी कैसे संभलेंगी इसका जवाब भी परिषद को देना होगा।
हरियाणा स्कूल शिक्षा परियोजना परिषद की ओर से मांगे गए इंफॉरमेशन कम आफिस कम लाइब्रेरी मैनेजर पद के लिए कुल 3118 आवेदन मांगे गए हैं। लाइब्रेरी साइंस के विद्यार्थियों का कहना है कि उनके विषय के इतने पद दूसरे विषयों के विद्यार्थियों को दिए जा रहे हैं। विद्यार्थियों ने कहा कि इन पदों में योग्यता को देखकर साफ है कि किस तरह से लाइब्रेरी साइंस विषय के साथ भेदभाव बरता जा रहा है। छात्रों ने कहा कि यदि परिषद ने आवश्यक योग्यता में बदलाव नहीं किए तो उन्हें मजबूरन कोर्ट का दरवाजा खटखटाना पड़ेगा ताकि लाइब्रेरी साइंस की पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों को न्याय मिल सके।
3118 पदों के लिए विज्ञापन मांगे गए हैं इसकी सूचना तो उनके पास भी है लेकिन इन पदों को भरकर विभाग स्कूल में चुने इन आवेदकों से क्या काम लेगा इसका स्पष्ट पत्र उनके पास नहीं आया। पद के लिए योग्यता उच्चाधिकारियों ने तय की है। लिहाजा इस बारे विभाग के आलाधिकारी ही बताने की स्थिति में हैं। सुदेश मदान, जिला शिक्षा अधिकारी।
परिषद की ओर से मांगी गई योग्यता में एमएससी कंप्यूटर साइंस, मास्टर इन कंप्यूटर एप्लीकेशन, बीई, बीटेक कंप्यूटर साइंस या आईटी, बीई या बीटेक किसी भी स्ट्रीम में व पीजी डिप्लोमा इन कंप्यूटर, एमबीए एंड पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन कंप्यूटर आवश्यक योग्यता रखी है। इस जरूरी योग्यता के अलावा बी लिब करने वाले विद्यार्थियों को वरीयता देने की बात कही गई है। योग्यता से साफ है कि लाइब्रेरी साइंस के विद्यार्थियों को लाभ देने की बजाय इस पद में यह योग्यता न रखने वाले विद्यार्थियों को छूट दी जा रही है। ऐसे में लाइब्रेरी साइंस के विद्यार्थियों के विषय के अनुसार बने इस पद से उन्हें ही दरकिनार कर दिया गया है।
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