नए साल का शोर है नयी नहीं है बात....... महज नाम ही बदलते है कब बदले हालात ..... वही दिसम्बर वही जनवरी,, वही फ़रवरी --मार्च ....... नहीं फेकती रोशनी बिगड़ गयी है टोर्च ....... बड़ी बड़ी है मछलिया छोटे है तालाब ...... चुटकी भर है ज़िन्दगी मुट्ठी भर है खवाब .........
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Assalam alaikum wa rahmatullah wa barkatuh
Assalamoalaikum
Bhai ap kaha posted ho ......
नए साल का शोर है नयी नहीं है बात.......
महज नाम ही बदलते है कब बदले हालात .....
वही दिसम्बर वही जनवरी,, वही फ़रवरी --मार्च .......
नहीं फेकती रोशनी बिगड़ गयी है टोर्च .......
बड़ी बड़ी है मछलिया छोटे है तालाब ......
चुटकी भर है ज़िन्दगी मुट्ठी भर है खवाब .........
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